हनुमानजी को हनुमान क्यों कहते है ?
- hindu sanskar
- Apr 27, 2021
- 1 min read
संस्कृत में 'हनु' का अर्थ है 'जबड़ा' और 'मान' का अर्थ है 'क्षतिग्रस्त '। कोई आश्चर्य नहीं कि एक बच्चे के रूप में हनुमान का जबड़ा भगवान इंद्र के अलावा किसी और ने नहीं बिगाड़ा था, जिसने अंजनेय के खिलाफ अपने वज्र (वज्र) का इस्तेमाल किया था, अंजनेय ने बाल रूप में सूरज को एक पके आम के रूप में ले लिया और यहां तक कि आकाश में चल दिए सूर्य को आम समझ कर खाने के लिए।

यह आकाश में था कि भगवान इंद्र ने अपने वज्र का उपयोग कियाा, जिसने हनुमान को पृथ्वी पर सीधे गिरा दिया था, जिससे उनके जबड़े हमेशा के लिए क्षतिग्रस्त हो गए।
संस्कार क्रिया से शरीर, मन और आत्मा मे समन्वय और चेतना होती है, कृप्या अपने प्रश्न साझा करे, हम सदैव तत्पर रहते है आपके प्रश्नो के उत्तर देने के लिया, प्रश्न पूछने के लिया हमे ईमेल करे sanskar@hindusanskar.org संस्कार और आप, जीवन शैली है अच्छे समाज की, धन्यवाद्
Commentaires