श्रीमद भगवद गीता आत्मा का गान है, अगर हम इस गान को आपने अगर समझ लिया तो हमेशा आपके जीवन में मधुरमाये बासुरी का संगीत सुनाई देता रहेगा
संस्कार क्रिया से शरीर, मन और आत्मा मे समन्वय और चेतना होती है, कृप्या अपने प्रश्न साझा करे, हम सदैव तत्पर रहते है आपके प्रश्नो के उत्तर देने के लिया, प्रश्न पूछने के लिया हमे ईमेल करे sanskar@hindusanskar.org संस्कार और आप, जीवन शैली है अच्छे समाज की, धन्यवाद्
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